फूले (Phule) एक ऐतिहासिक जीवनी पर आधारित फिल्म है, जो महात्मा ज्योतिराव फूले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फूले के जीवन पर केंद्रित है। यह फिल्म 25 अप्रैल 2025 को रिलीज़ हुई है, जिसमें प्रमुख भूमिकाओं में प्रतीक गांधी और पत्रलेखा हैं।
🎬 फिल्म का सारांश
फिल्म की शुरुआत पुणे में प्लेग महामारी के दौरान सावित्रीबाई फूले की मानवीय प्रयासों से होती है, और फिर फ्लैशबैक में ज्योतिराव फूले द्वारा अपनी पत्नी को शिक्षा देने के निर्णय की कहानी दिखाई जाती है। यह फिल्म उनके संघर्षों, समाज सुधार के प्रयासों और शिक्षा के प्रति उनके समर्पण को दर्शाती है।
🎭 अभिनय
-
प्रतीक गांधी ने ज्योतिराव फूले के रूप में अपने अभिनय से प्रभावित किया है। उनकी प्रस्तुति में गंभीरता और प्रतिबद्धता झलकती है।
-
पत्रलेखा ने सावित्रीबाई फूले के किरदार में सशक्त अभिनय किया है, विशेष रूप से उनके संघर्षों और समाज के प्रति उनके दृष्टिकोण को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है।
🎥 निर्देशन और निर्माण
अनंत महादेवन का निर्देशन फिल्म को एक ऐतिहासिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करता है, जिसमें वे दोनों पात्रों के संघर्षों और उनके योगदान को दर्शाते हैं। हालांकि, कुछ समीक्षकों ने फिल्म की पटकथा को कमजोर और नीरस बताया है। उत्पादन डिजाइन में ध्यान देने योग्य प्रयास किए गए हैं, लेकिन संगीत और संपादन में सुधार की आवश्यकता महसूस होती है।
✅ निष्कर्ष
फूले एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक फिल्म है जो भारतीय समाज सुधारकों के योगदान को उजागर करती है। हालांकि फिल्म की पटकथा में कुछ कमजोरियां हैं, लेकिन अभिनय और निर्देशन के कारण यह देखने योग्य बनती है। यदि आप भारतीय समाज सुधारकों के जीवन और संघर्षों में रुचि रखते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए उपयुक्त है